अब रात को तारे नहीं दीखते हैं माँ
अब चाँद पर बैठी तुम्हारी वह बूढी नानी नहीं दिखती
तकिये के नीचे अब कोई सरोपा भी नहीं रखता हैं
शायद इसलिए अब रात को नींद भी नहीं आती
माँ ,एक बार फिर सुनाओ न वह कहानी
जिसमे राजा ने राक्षस से लड़ कर
बचा ली थी रानी की जान
एक बार फिर सुनाओ न माँ
शायद इस बार रात नींद आ हीं जाये
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